राजस्थान के सबसे बड़े रणथंभौर टाइगर रिजर्व में 2 दिन पहले हुई घटना के बाद शुक्रवार को वन क्षेत्र से एक खुशी की खबर सामने आई है। रणथंभौर में सुल्ताना के नाम से मशहूर बाघिन टी-107 चौथी बार मां बनी है। रणथंभौर के मिश्रदरा गेट के पास हम्मीर कुंड के पास एक गुफा में बाघिन ने 3 शावकों को जन्म दिया है, लेकिन फोटो नहीं आने के कारण वन विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। कुल मिलाकर रणथंभौर में बाघों का कुनबा बढ़ने से वन्यजीव प्रेमियों और वन विभाग में खुशी की लहर है। आपको बता दें कि टी-107 बाघिन सुल्ताना बाघिन टी-39 नूर की बेटी है।
चौथी बार मां बनी सुल्ताना
जानकारी के अनुसार बाघिन टी-107 सुल्ताना बाघिन टी-39 नूर की बेटी है। सुल्ताना चौथी बार मां बनी है। नए शावकों का पिता बाघ टी-101 हेड्स बताया जा रहा है। रणथंभौर में बाघिन ने पहले प्रसव में दो शावकों को जन्म दिया था, जिनकी पहचान टी-138 और टी-139 के रूप में हुई थी। दूसरे प्रसव में भी दो शावक हुए, लेकिन दोनों शावकों की मौत हो गई। तीसरे प्रसव में उसने एक नर और एक मादा शावक को जन्म दिया। अब 9 वर्षीय बाघिन टी-107 सुल्ताना चौथी बार मां बनी है।
बाघिन सुल्ताना के तीन नए शावकों के साथ दिखाई देने से अब रणथंभौर में बाघों की संख्या 74 हो गई है। रणथंभौर में 24 बाघ और 24 बाघिन तथा 26 अवयस्क शावक हैं। रणथंभौर में बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है और विचरण क्षेत्र घट रहा है। रणथंभौर डीएफओ रामानंद भाकर के अनुसार अभी पूरी तरह से पुष्टि नहीं हुई है कि बाघिन ने शावकों को जन्म दिया है। क्योंकि बाघिन और शावकों की फोटो तो नहीं आई है, लेकिन बाघिन हर रोज गुफा से बाहर निकल रही है और अंदर आ रही है। हालांकि यह पुष्टि हो चुकी है कि बाघिन ने शावकों को जन्म दिया है। लेकिन शावक अभी तक नजर नहीं आए हैं।
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