पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है। सभी लोग किसी भी तरह के हमले के प्रति सचेत रहें, इसलिए 7 मई को 29 राज्यों के 244 जिलों में मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए गए हैं। राजस्थान में भी मॉक ड्रिल के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। प्रदेश में अन्य खतरों के प्रति सभी विभागों और आम लोगों को सचेत करने के लिए भी मॉक ड्रिल की जा रही है। राजस्थान के डूंगरपुर शहर में आग के खतरे को लेकर मॉक ड्रिल की गई, जिससे शहर में अफरा-तफरी मच गई। हैरानी की बात यह रही कि इस मॉक ड्रिल के दौरान भी एंबुलेंस आधे घंटे देरी से पहुंची।
2 किमी दूर से आधे घंटे देरी से पहुंची एंबुलेंस
डूंगरपुर शहर की सिंथेक्स मिल में आग लगने की खबर के बाद अफरा-तफरी मच गई। पुलिस से लेकर प्रशासन तक सभी सतर्क हो गए। अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक मौके पर पहुंचने लगे। सबसे पहले कोतवाली थाने की चेतक पुलिस पहुंची। सिंथेक्स के ठीक सामने नगर परिषद का दमकल केंद्र है। जहां से दमकल को पहुंचने में 5 मिनट लग गए। आग लगने की घटना के बाद भी 108 एंबुलेंस करीब आधे घंटे देरी से पहुंची। 2 किमी दूर स्थित पुलिस लाइन से 108 एंबुलेंस को पहुंचने में आधा घंटा लग गया। हालांकि, चूंकि यह मॉक ड्रिल का हिस्सा था, इसलिए लोगों ने राहत की सांस ली।
कलेक्टर ने हर विभाग की एप्रोच टीम को किया नोट
कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने बताया कि आग लगने को लेकर मंगलवार को मॉक ड्रिल की गई। प्रशासन की ओर से मौके पर पहुंचने वाले विभागों और अधिकारियों की सूची भी तैयार कर ली गई। कलेक्टर ने सभी विभागों को आपातकालीन सेवाओं में अलर्ट रहने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि किसी भी तरह की घटना में विभाग अलर्ट रहें और तुरंत मौके पर जाकर राहत पहुंचाएं। इधर, कलेक्टर ने कहा कि मॉक ड्रिल में विभागों के एप्रोच टाइम को नोट किया गया है। मॉक ड्रिल में जो भी कमियां रही हैं, उन्हें दूर किया जाएगा।
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