दिल्ली पब्लिक स्कूल, जोधपुर में बुधवार को डीपीएस सोसायटी के तत्वावधान में आयोजित डीपीएस बास्केटबॉल टूर्नामेंट (बॉयज़) जोन-5 का भव्य शुभारंभ हुआ। स्कूल के खेल परिसर में हुए उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों और छात्रों के उत्साह ने माहौल को खेल भावना से भर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ ध्यानचंद अवार्ड से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी की उपस्थिति में हुआ, जिन्होंने दीप प्रज्वलन कर प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि “खेल जीवन में अनुशासन, टीम भावना और आत्मविश्वास का प्रतीक है। जीत या हार से अधिक महत्वपूर्ण है खेल के प्रति समर्पण और ईमानदारी।”
उद्घाटन समारोह की शुरुआत आकर्षक मार्च पास्ट और स्कूल बैंड प्रस्तुति से हुई, जिसमें भाग लेने वाले सभी डीपीएस स्कूलों की टीमों ने हिस्सा लिया। खिलाड़ियों ने मैदान पर पूरे जोश और उत्साह के साथ अपने संस्थान का प्रतिनिधित्व किया।
डीपीएस जोधपुर की प्रिंसिपल डॉ. अर्चना सिंह ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि यह टूर्नामेंट न केवल छात्रों को प्रतिस्पर्धात्मक खेल भावना सिखाने का अवसर देता है, बल्कि यह अलग-अलग राज्यों से आने वाले प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए आपसी सीख और संवाद का मंच भी बनता है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य शिक्षा के साथ खेल को समान महत्व देना है, क्योंकि खेल ही वह माध्यम है जो विद्यार्थियों को नेतृत्व और सहयोग का पाठ सिखाता है।”
इस अवसर पर विभिन्न डीपीएस शाखाओं — जयपुर, उदयपुर, बीकानेर, अहमदाबाद, इंदौर और भोपाल की टीमों ने भाग लिया। टूर्नामेंट के पहले दिन खेले गए मुकाबलों में खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। दर्शकों ने जबरदस्त उत्साह के साथ खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया।
खेल शिक्षक और आयोजन प्रभारी अमित चौहान ने बताया कि टूर्नामेंट अगले तीन दिनों तक चलेगा, जिसमें लीग और नॉकआउट चरणों के बाद फाइनल मुकाबला शनिवार को खेला जाएगा। विजेता टीम को डीपीएस सोसायटी चैम्पियनशिप ट्रॉफी से सम्मानित किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि “बास्केटबॉल सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक अनुशासन है। इसमें एक खिलाड़ी तभी सफल हो सकता है, जब वह टीम के साथ तालमेल बैठाए और लगातार अभ्यास करता रहे।”
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय गान के साथ उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ। खेल मैदान में जोश, अनुशासन और खेल भावना की मिसाल पेश करते हुए जोधपुर डीपीएस ने एक बार फिर साबित किया कि वह शिक्षा और खेल दोनों क्षेत्रों में उत्कृष्टता का केंद्र बना हुआ है।
अब सबकी निगाहें आने वाले मुकाबलों पर हैं, जहां उभरते
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