Next Story
Newszop

आर्थिक तंगी से परेशान कर्मचारी ने की आत्महत्या की कोशिश, सैलरी रोके जाने पर उठाए सवाल

Send Push

राजस्थान के जालोर जिले के बागोड़ा में एक चौंकाने वाली घटना घटी है। पंचायत समिति में कार्यरत कनिष्ठ सहायक धनराज मीणा ने वेतन न मिलने से क्षुब्ध होकर कथित तौर पर कीटनाशक खा लिया। बुधवार को हुई इस घटना के बाद, उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस घटना से स्थानीय निवासियों और कर्मचारियों में चिंता और आक्रोश फैल गया है। हालाँकि, आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है।

क्या चार महीने से वेतन नहीं मिला?

खबरों के अनुसार, कनिष्ठ सहायक धनराज मीणा ने बुधवार को कथित तौर पर कीटनाशक खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उनके सहकर्मी उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए, लेकिन आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया और उनके शरीर से ज़हर निकाला, जिसके बाद उनकी हालत में सुधार हुआ। घटना के बाद, धनराज मीणा ने विकास अधिकारी (बीडीओ) पर आरोप लगाया कि पिछले चार महीनों से वेतन न मिलने के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।

विकास अधिकारी ने आरोपों से इनकार किया है
विकास अधिकारी ने कनिष्ठ सहायक के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए स्पष्टीकरण दिया है। बीडीओ ने कहा, "लगातार अनुपस्थित रहने पर किसी कर्मचारी का वेतन जारी करने का कोई प्रावधान नहीं है।" उन्होंने आगे बताया कि धनराज मीणा पिछले चार महीनों से काम से अनुपस्थित थे। विकास अधिकारी ने यह भी बताया कि प्रारंभिक जाँच से पता चलता है कि यह मामला व्यक्तिगत या पारिवारिक समस्याओं के कारण आत्महत्या के प्रयास का हो सकता है।

पुलिस जाँच कर रही है
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुँची और जाँच शुरू कर दी। उन्होंने कनिष्ठ सहायक, उसके सहकर्मियों और परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस का कहना है कि वे निष्पक्ष जाँच कर रहे हैं और जाँच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में तरह-तरह की चर्चाएँ हैं। कुछ लोग कर्मचारी के आरोपों को सही मान रहे हैं, तो कुछ इसे निजी मामला बता रहे हैं। इस मामले की पूरी सच्चाई पुलिस जाँच रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी।

Loving Newspoint? Download the app now