किशोरावस्था में प्रवेश करने वाले युवा अक्सर अपने शरीर में हो रहे परिवर्तनों से चिंतित रहते हैं। इनमें से एक आम समस्या चेहरे पर पिंपल्स, ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स का होना है। यौवन के दौरान, शरीर हार्मोनल बदलावों से गुजरता है, जिससे ये समस्याएं उत्पन्न होती हैं। ये पिंपल्स आत्मविश्वास को कम कर सकते हैं और त्वचा को बेजान दिखा सकते हैं। इसलिए, उचित स्किनकेयर रूटीन का पालन करना आवश्यक है।
क्लिंज़र
अपनी त्वचा को नियमित रूप से साफ करना बेहद जरूरी है। यदि आपकी त्वचा सूखी है, तो क्रीम बेस क्लींजर का उपयोग करें। वहीं, ऑयली त्वचा के लिए ऑयल-फ्री क्लींजर बेहतर रहेगा। मेकअप करने के बाद उसे अच्छे से हटाना न भूलें, अन्यथा आपकी त्वचा बेजान लग सकती है।
टोनर का उपयोग
किशोरों की त्वचा में अतिरिक्त सीबम उत्पादन को नियंत्रित करने के लिए टोनर का प्रयोग करें। यह त्वचा के पीएच स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है और गंदगी को साफ करता है। इसे दिन में एक या दो बार इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे त्वचा तरोताजा बनी रहती है।
मॉइस्चराइज़र
चेहरे और शरीर के लिए मॉइस्चराइज़र का उपयोग करना न भूलें। यह आपकी त्वचा को हाइड्रेटेड रखता है और प्राकृतिक चमक लाता है। यदि आपकी त्वचा ऑयली है, तो हल्का मॉइस्चराइज़र लगाएं, जबकि सूखी त्वचा के लिए दिन में दो बार मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें।
सनस्क्रीन
सनस्क्रीन का उपयोग आपकी त्वचा की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब भी आप धूप में बाहर जाएं, सनस्क्रीन लगाना न भूलें। यह आपकी त्वचा को सनबर्न और टैनिंग से बचाता है और हाइड्रेटेड रखता है।
लिप बॉम
लिप बाम आपके होंठों को पोषण देने में मदद करता है। नियमित रूप से लिप बाम का उपयोग करें, जिससे आपके होंठ हाइड्रेटेड और मुलायम बने रहें।
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