डिस्कवरी चैनल के शो 'मैन वर्सेज वाइल्ड' में बेयर ग्रिल्स को कठिन परिस्थितियों में जीवित रहने के तरीके सिखाते हुए देखा गया है। वह घने जंगलों में जानवरों से बचने, कड़क धूप में पानी खोजने और जंगली फलों की पहचान करने जैसे कौशल सिखाते हैं।
यह कहानी जिम्बाब्वे के एक गांव की है, जहां 7 या 8 साल का एक बच्चा, टिनोटेंडा पुंडु, अपने गांव से भटककर घने जंगल में चला गया। उसने बेयर ग्रिल्स के शो नहीं देखे, लेकिन अपने छोटे से जीवन में जीवित रहने के कुछ महत्वपूर्ण तरीके सीख लिए थे।
पुंडु उत्तरी जिम्बाब्वे के एक गांव का निवासी था। एक दिन, वह अपने गांव से भटककर माटुसाडोना नेशनल पार्क में चला गया, जो शेरों से भरा हुआ था।
पुंडु का गांव सूखे से प्रभावित था, और उसे पानी के लिए जमीन खोदने का तरीका सिखाया गया था। उसने जंगल में डंडे की मदद से नदी के किनारे को खोदकर पानी निकाला और अपनी प्यास बुझाई।
पुंडु 27 दिसंबर को गायब हुआ था, और उसके गांव वाले उसे खोजने के लिए ढोल बजा रहे थे। लेकिन वह अपने गांव से 50 किलोमीटर दूर चला गया था। भूख लगने पर उसने जंगली फल खाने शुरू कर दिए।
स्थानीय सांसद ने बताया कि पुंडु ने ऊंचे चट्टानों पर सोकर शेरों से खुद को सुरक्षित रखा। पांच दिन बाद, उसने पार्क रेंजर की कार की आवाज सुनी और उसकी ओर दौड़ा, लेकिन कार पहले ही जा चुकी थी।
रेंजर ने बाद में बच्चे के पैरों के निशान देखे और उसे खोज निकाला। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी देखभाल की गई।
ज़िमपार्क्स के प्रवक्ता ने बताया कि पुंडु ने शेरों से भरे जंगलों में 49 किलोमीटर की दूरी तय की। स्थानीय सांसद ने इसे एक 'चमत्कार' बताया कि वह इतने लंबे समय तक अकेला रहा।
टिनोटेंडा की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जहां एक व्यक्ति ने लिखा कि वह बेहद भाग्यशाली है। माटुसाडोना नेशनल पार्क में शेर, तेंदुए, हाथी और भैंस जैसे कई जंगली जानवर रहते हैं।
You may also like
मुर्शिदाबाद हिंसा में अब तक 315 लोग गिरफ्तार, दो नाबालिग भी शामिल : बंगाल पुलिस
तमिलनाडु : सलेम में बारिश ने दिलाई गर्मी से राहत, चेन्नई में भी बदलेगा मौसम का मिजाज
19 अप्रैल को भावनात्मक मामलों मे इन राशियो को रहना होगा सावधान
यूपी में नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला, आरोपी गिरफ्तार करने की तैयारी
फिरोजाबाद में स्कूल में खेलते समय बच्चे की हार्ट अटैक से मौत