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खांसी के लक्षण और गंभीरता: कब डॉक्टर से मिलना चाहिए

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खांसी: एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया Do not take cough and sore throat lightly, it can be a sign of serious illness.

खांसी हमारे शरीर की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है, जो गले या श्वसन नली में किसी प्रकार की जलन या रुकावट के समय उत्पन्न होती है। जब हम खांसते हैं, तो फेफड़े तेज़ी से हवा को बाहर निकालते हैं ताकि रुकावट को हटाया जा सके। खांसी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे संक्रमण, बीमारियाँ, पुरानी समस्याएँ, पेट की खराबी, और कुछ दवाएँ। इस लेख में, हम खांसी के मुख्य कारणों और उनके उपचार के विकल्पों पर चर्चा करेंगे।


खांसी के लक्षण और डॉक्टर से मिलने का समय

अधिकतर मामलों में, खांसी कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाती है और चिंता का विषय नहीं होती। लेकिन यदि आपको खून या हरे-पीले बलगम का निकलना, तेज बुखार, रात को पसीना आना, या हफ्तों तक खांसी बनी रहना जैसे लक्षण दिखाई दें, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।


कई बीमारियाँ भी खांसी का कारण बन सकती हैं। कभी-कभी, यह मौसमी एलर्जी या सामान्य सर्दी का संकेत होती है। हालांकि, कुछ गंभीर स्थितियाँ भी हो सकती हैं, जिनमें सांस लेने में कठिनाई, गुलाबी झागदार बलगम का निकलना, या सीने में दर्द शामिल हैं।


खांसी के गंभीर लक्षण

खांसी को सामान्यतः गंभीर नहीं माना जाता है, लेकिन यदि निम्नलिखित लक्षणों में से कोई भी हो, तो डॉक्टर से मिलना आवश्यक है: तेज बुखार, रात को पसीना आना, खून या हरे-पीले बलगम का निकलना, या हफ्तों तक खांसी रहना। ये लक्षण कुछ गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकते हैं।


अगर बलगम का रंग पीला, हरा या भूरा हो जाता है, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है। यदि यह एक सप्ताह से अधिक समय तक बना रहता है या बुखार के साथ है, तो डॉक्टर से मिलना जरूरी है। गुलाबी, झागदार बलगम के लिए तुरंत आपातकालीन चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है।


खून के साथ खांसी और सांस लेने में कठिनाई

खून के साथ खांसी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे फेफड़ों का कैंसर, अस्थमा, या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD)। इन स्थितियों के लिए चिकित्सा सहायता लेना आवश्यक है।


यदि खांसी घरघराहट और सांस लेने में कठिनाई के साथ है, तो यह एसिड रिफ्लक्स, अस्थमा या एलर्जिक रिएक्शन का संकेत हो सकता है। ऐसे मामलों में, डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।


लंबी खांसी का महत्व

यदि किसी को 2 से 4 हफ्ते तक खांसी बनी रहती है, तो यह एक सबएक्यूट खांसी हो सकती है, जो पोस्ट-इंफेक्शन खांसी या पोस्टनासल ड्रिप के कारण हो सकती है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।


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