आगरा में हाल ही में हुई बिलाल की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी फरमान को गिरफ्तार कर लिया है. मुठभेड़ के दौरान फरमान के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए SN मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. इस मामले में अब चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ है. आरोपी फरमान की प्रेमिका ने ही बिलाल की हत्या करवाई थी.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले थाना ताजगंज क्षेत्र में चौपाटी के पास एक शव मिला था. शव की पहचान बिलाल के रूप में हुई, जो ऑटो चलाता था. हत्या की जांच के लिए 4 से 5 टीमें बनाई गई थीं. देर रात पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मुख्य आरोपी फरमान को गिरफ्तार कर लिया. इस हत्याकांड के एक अन्य आरोपी आमिर को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
बुआ के बेटे के साथ बिलाल से भी था प्रेम संबंधपुलिस पूछताछ में आमिर ने बताया कि उसके दोस्त फरमान के प्रेम संबंध अपनी बुआ की बेटी ईशा से थे. ईशा के प्रेम संबंध फरमान के अलावा ऑटो चालक बिलाल से भी थे. जब फरमान को इस बारे में पता चला, तो उसने ईशा से बात की. ईशा ने बताया कि बिलाल उसे तंग कर रहा है और शादी का दबाव बना रहा है. इसके बाद ईशा ने अपने पूर्व प्रेमी फरमान के साथ मिलकर बिलाल की हत्या की साजिश रची. इस हत्याकांड में फरमान के दोस्त आमिर ने भी साथ दिया.
ईशा ने बिलाल का फोन नंबर, ऑटो नंबर और फोटो फरमान को दे दिया. इसके बाद फरमान और आमिर ने बिलाल से दोस्ती की. फिर 20 जून को बिलाल को शराब पार्टी के बहाने बुलाया. फरमान, आमिर और बिलाल ने शराब पी, इसके बाद पहले बिलाल के सिर पर वार किया, फिर उसके हाथ की नसें काटीं और गला भी काट दिया. इसके बाद वे फरार हो गए.
आरोपी को मुठभेड़ के बाद किया अरेस्टमामले में पुलिस ने देर रात मुठभेड़ के दौरान मुख्य आरोपी फरमान को गिरफ्तार कर लिया, जबकि आमिर को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. पुलिस ने फरमान के पास से हत्या में इस्तेमाल की गई छुरी, तमंचा, तीन जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद किया है. अब पुलिस तीसरी आरोपी ईशा की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है.
You may also like

उसे खुद ब खुद दफन हो जाने दो... 'जूता कांड' पर सुप्रीम कोर्ट ने कह दी बड़ी बात

8 साल साथ रहने के बाद 2 बच्चों को भी छोड़ प्रेमी संग फरार हुई पत्नी, पति ने जहर खा जान दे दी

सीएमएस का विवादित बयान पड़ा भारी, सरकार पर टिप्पणी के बाद निलंबित

एलआईसी-अदाणी रिपोर्ट के समय पर विशेषज्ञों ने उठाए सवाल, कहा- बिहार चुनाव से पहले विवाद पैदा करने की कोशिश

कहीं फर्जी यूनिवर्सिटी में तो नहीं पढ़ रहे आप? इन 7 तरीकों से करें पहचान, वरना धरी रह जाएगी डिग्री





