कोलकाता: पुलिस ने टांगरा इलाके में एक परिवार की तीन महिलाओं की संदिग्ध हालत में मौत और तीन पुरुष सदस्यों के एक्सिडेंट में घायल होने की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस का कहना है कि यह परिवार बिजनेस में नुकसान के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। उनके ऊपर कर्ज चुकाने का दबाव था, इसलिए उन्होंने प्लान बनाकर एक साथ जान देने की कोशिश की। सभी ने पहले खीर के साथ नींद की गोली खाई। इसके बाद महिलाओं ने खुद को नुकसान पहुंचाकर जान दे दी जबकि पुरुष सदस्यों ने कार एक्सिडेंट के जरिये खुद को मारने का प्रयास किया। हालांकि पीड़ितों के रिश्तेदार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है।
टांगरा के अटल सुर लेन में प्रणय डे अपनी पत्नी सुदेषणा और बेटे प्रतीप डे के साथ रहते थे। चार मंजिल की इमारत में उनके छोटे भाई प्रसून कुमार डे भी पत्नी रोमी और बेटी प्रियंवदा के साथ रहते थे। डे परिवार 25 साल पहले क्रिस्टोफर रोड से टांगरा शिफ्ट हुआ था। प्रणय और प्रसून के पिता ने एक प्लॉट खरीदकर चार मंजिला मकान बनवाया था। दोनों भाई हमेशा साथ रहते थे। उनके पड़ोसियों को याद नहीं आ रहा है कि परिवार के सदस्यों के बीच कभी कोई सार्वजनिक झगड़ा हुआ हो। प्रणय और प्रदीप डे साथ में ही लेदर प्रोडक्ट बनाने और एक्सपोर्ट करने का कारोबार करते थे। कोलकाता के सील लेन में उनकी फैक्ट्री थी। कोविड के दौरान उन्हें बिजनेस में काफी नुकसान हुआ था।
बुधवार तड़के 3:35 बजे कोलकाता के अविशिक्त क्रॉसिंग के पास 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल रही कार एक खंभे से टकरा गई। हादसे के बाद कार में बैठे प्रसून डे (48), प्रणय डे (44) और प्रणय के बेटे प्रतीप डे (14) को अस्पताल ले जाया गया। इस घटना का अगला मोड़ लगभग छह घंटे बाद आया, जब प्रणय ने अस्पताल में पुलिस को बताया कि उनके घर में तीन महिलाएं मृत पड़ी हैं। मरने वालों में प्रणय की पत्नी सुदेशना, छोटे भाई की पत्नी रोमी और भतीजी प्रियंवदा थीं।
जॉइंट सीपी (क्राइम) रूपेश कुमार के अनुसार, प्रणय ने उन्हें बताया कि परिवार के सभी छह सदस्यों ने पहले नींद की गोलियों वाला पायेश (खीर) खाया था। इसके बाद उन्होंने जान देने की कोशिश की। फिर वह अपने भाई और बेटे के साथ गाड़ी लेकर खुदकुशी की नीयत से निकल पड़े। बेटा प्रतीप कार में पिछली सीट पर बैठा जबकि दोनों भाई आगे बैठे। जानकारी मिलते ही टांगरा थाने की एक टीम डे फैमिली के घर पहुंची और दरवाजे का ताला तोड़कर अंदर घुसी। पहली मंजिल पर उन्हें तीनों महिलाओं के शव अलग-अलग कमरों में मिले। कई जगहों पर खून के धब्बे थे।
पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने कहा कि दोनों भाई की पत्नियों रोमी और सुदेशना के गले और कलाई पर काटने के निशान थे। हालांकि मौके पर पहुंचे फोरेंसिक विशेषज्ञों ने किसी भारी चीज से चोट लगने की संभावना से भी इनकार नहीं किया है। इसके अलावा हॉस्पिटल में एडमिट प्रतीप की कलाई पर भी कट के निशान हैं। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि प्रसून कुमार डे की बेटी प्रियंवदा के होंठों और नाक के पास चोट के निशान थे। उसके मुंह से झाग भी निकल रहा था। पुलिस ने मृतकों के विसरा को जांच के लिए सुरक्षित रख लिया है।
पुलिस का अब मानना है कि कार दुर्घटना जानबूझकर की गई थी। यह परिवार के छह सदस्यों ने एक साथ जान देने की प्लानिंग की थी। पुलिस ने रोमी के पिता की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। अस्पताल में भर्ती तीनों पुरुष सदस्यों के वीडियो और लिखित बयान दर्ज कर लिए गए हैं। मौके से साक्ष्य लेने वाली फॉरेंसिक एक्सपर्ट मधुमिता बरुआ ने कहा कि पुलिस ने उन तीन जगहों से सबूत इकट्ठा किए हैं, जहां महिलाओं के शव मिले थे। घटनास्थल से अब तक केवल एक चाकू बरामद हुआ है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मंगलवार शाम 5:30 बजे के बाद डे परिवार से मिलने आए कुछ लोगों को अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। सीसीटीवी फुटेज में दोनों भाइयों को अपनी कार गैरेज से निकालते और आधी रात 12:54 बजे गाड़ी चलाकर जाते हुए देखा जा सकता है। फुटेज में दोनों भाई और लड़का कार में बैठकर जाते भी नजर आ रहे हैं। फुटेज में प्रणय डे लड़खड़ाता हुआ दिखाई दे रहा है।
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