आप तो जानते ही होंगे कि हमारे धर्म में नहीं बल्कि कई सारे धर्मों में जानवरों का अधिक महत्व है। हमारे सनातन धर्म में ये जानवर किसी ना किसी देवी देवता की सवारी होते है। जैसे अब आप चीटीं को ही मान लिजीए।
देखा जाए तो चींटी एक मेहनती प्राणी है। वो रात-दिन मेहनत करती है। वे अपने पूरे ग्रुप के साथ रहती है। वैसे चींटिया हर घर में पाई जाती है। लेकिन कई बार हम नजरअंदाज करते हुए इन्हें पैरों से कुचल देते है।
लेकिन क्या आप जानते है कि अगर आप चींटी को खाना खिलाते है तो आपकी किस्मत बदल सकती है। तो आज हम इस आर्टिकल में बताएंगे कि जानवरों को खाना खिलाने के क्या लाभ होते है। आइए इस खबर के बारे में विस्तार से जानते है।
चीटीं को खाना खिलाने के लाभआप तो जानते ही होंगे कि चीटियों के दो प्रकार होते है। लाल चींटी और काली चींटी। शास्त्रों में लाल चींटी को अशुभ माना गया है। वहीं काली चींटी को शुभ माना गया है।
ऐसे में जो भी व्यक्ति चीटियों को आटा और शक्कर खिलाते है वे सारे बंधन से मुक्त हो जाते है। उनके पिछले जनम के सारे पाप धुल जाते है। इतना ही नहीं चीटिंयो को खाना खिलाने से आपको पुण्य मिलता है और आपके जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाती है। वहीं जो लोग चीटिंयो को खाना खिलाते है, उनके घर में हमेंशा बरकत बनी रहती है।
कौए को खाना खिलाने से होते है ये लाभजब भी हमारे घर की छत पर कौआ आकर बैठता हैं तो हम में से कई लोग इस पक्षी को नजरअंदाज कर देते हैं। कुछ लोग तो इस काले पक्षी को बिलकुल पसंद नहीं करते हैं और अपने घर के आस पास आने पर पत्थर मार उड़ा देते हैं।

लेकिन हम आपको बता दे कि ऐसा करना आपकी कुंडली में वास्तु दोष डाल सकता हैं। इसलिए कभी भी किसी कौए को पत्थर नहीं मारे। कौए को अमावस्या और पूर्णिमा के दिन भोजन कराने से हमारे पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती हैं।
यह पूर्वज आपके इस कृत्य से प्रसन्न होते हैं और सुख और सम्रद्धि का आशीर्वाद देते हैं। कुछ लोगो का तो यह भी मानना हैं कि कौए को भोजन कराने से घर की नकारात्मक उर्जा और दरिद्रता दोनों ही ख़त्म हो जाती हैं। वैसे तो आप कौए को कोई भी भोजन करा सकते हैं। लेकिन पीले चावल कौए को खिलाने से सबसे अधिक लाभ मिलता हैं।
You may also like
एनएचपीसी अधिकारियों की उप मुख्य सचेतक केवल पठानिया से शिष्टाचार भेंट
भाजपा पर बरसे रायजादा, बोले भाजपा की नियत में खोट
जयपुर में 21 से 24 अप्रैल तक यातायात व्यवस्था में बदलाव
नगर विकास विभाग ने वर्ष 2030 तक विज्ञापन से 158 करोड़ रुपए की आय का लगाया अनुमान
ब्राह्मण समाज संस्था ने फिल्म निर्माता निर्देशक पर किया कार्रवाई की मांग