लड़कियां जब कम कपड़े पहनती है तो हॉट लगती हैं। वे अपने लुक और फैशन को लेकर बहुत जागरूक रहती हैं। खासकर जब उन्हें किसी पार्टी में जाना हो तो ऊपर से लेकर नीचे तक वह अपने शरीर के हर हिस्से को सजाती है। अब गर्मी और बारिश जैसे मौसम में लड़कियों का छोटे कपड़े पहनना समझ में आता है। लेकिन यदि आप ने गौर किया हो तो ठंड के दिनों में भी कई लड़कियां पार्टी या फंक्शन में छोटे कपड़े पहनती हैं।
ऐसे में क्या आप ने कभी सोचा है कि लड़कियों को इन छोटे कपड़ों में ठंड नहीं लगती क्या? वह तो बड़े आराम से घूमती फिरती और एन्जॉय करती हैं। वहीं दूसरी तरफ पुरुष और अन्य महिलाएं ठंड के कपड़ों से ढके रहते हैं। तो आखिर वह क्या वजह है जो छोटे कपड़ों में भी लड़कियों को सर्दी के सीजन में ठंड नहीं लगती है। चलिए जानते हैं।
वैज्ञानिकों ने की रिसर्चइस टॉपिक पर वैज्ञानिकों ने बकायदा रिसर्च भी की है। इस रिसर्च में इस बात का खुलसा हुआ है कि महिलाओं को रात में कम कपड़े पहनने पर भी ठंड क्यों नहीं लगती है। इसका जवाब ब्रिटिश जर्नल ऑफ सोशल साइकोलॉजी में पब्लिश हुआ है। इस रोपोर्ट में बताया गया कि जब आप हॉट दिखते हैं तो इसका ये मतलब नहीं है कि आपको ठंड ही नहीं लगती है। यहां ये चीज ज्यादा मायने रखती है कि जब आप बाहर निकलते हैं तो आपका फोकस किस पर ज्यादा होता है।
इसलिए महिलाओं को छोटे कपड़ों में नहीं लगती ठंडवैज्ञानकों ने पाया कि जब महिलाएं ठंड या रात में छोटे कपड़े पहनकर बाहर निकलती हैं तो उनका पूरा फोकस हॉट दिखने पर होता है। पूरे समय उनका ध्यान इसी बात पर होता है कि वह सबके सामने कैसी दिख रही हैं। रिसर्च से जुड़े हुए लेखकों में से एक रोक्सैन फेलिग ने इसे टिकटॉक पर बताया है। उन्होंने कहा कि जब कोई इस बात पर अधिक फोकस करता है कि आप बाहर से कैसे दिख रहे हैं तो उनके लिए बाकी चीजें जैसे ठंड इत्यादि सेकेंडरी हो जाती है।
ठंड लगना आपकी प्राथमिकता पर निर्भर करता हैदक्षिण फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के सामाजिक मनोविज्ञान स्नातक छात्र रौक्सैन ने कहा कि ये रिसर्च काफी हद तक रैपर कार्डी बी के 2014 के दावे पर बेस्ड है। उनके अनुसार ठंड लगना आपकी प्रॉयोरिटी पर भी निर्भर करता है। इसलिए जब महिलाएं खुद को अच्छा दिखाने में व्यस्त होती हैं तो उन्हें इस बात की परवाह नहीं होती कि वह कितनी भूखी है या उन्हें कितनी ठंड लग रही है।
महिलाओं ने खुद की इस पर बातइस टॉपिक पर रिसर्च करने वाली टीम ने फ्लोरिडा में महिलाओं का इंटरव्यू भी लिया। यहां महिलाएं फ्लोरिडा की ठंड वाली रातों में क्लब जाने की तैयारी कर रही थी। टेंम्परेचर 4 डिग्री सेल्सियस और 10 डिग्री सेल्सियस के मध्य था। ऐसे में जब उनसे ठंड न लगने वाला सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि उनका सेल्फ ऑब्जेक्टिफिकेशन पर ज्यादा फोकस रहता है। ऐसे में वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि खुद को ऑब्जेक्ट के रूप में पेश करने वाली महिलाओं को सर्दी का अहसास नहीं या कम हो रहा था।
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