पटना, 2 जून . राष्ट्रीय जनता दल से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप यादव के ‘पार्टी के अंदर और बाहर जयचंद’ वाले बयान पर सोमवार को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने निर्णय ले लिया है, और उनका निर्णय सर्वोपरि है.
बिहार की राजधानी पटना में पत्रकारों से बातचीत में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि इस मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने फैसला ले लिया है. वह सबसे अनुभवी हैं. बिहार की भलाई किसमें है, पार्टी की भलाई किसमें होगी, यह राष्ट्रीय अध्यक्ष से बेहतर कोई नहीं जानता और न ही निर्णय ले सकता है.
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार की विधि-व्यवस्था को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने मुजफ्फरपुर में एक बच्ची के साथ कथित दुष्कर्म और उसके बाद उसकी हत्या को लेकर कहा कि राज्य में ‘डबल इंजन सरकार’ पूरी तरह फेल हो चुकी है, चाहे कानून-व्यवस्था की बात हो या अस्पतालों की स्थिति, मुख्यमंत्री ने कभी इस पर चर्चा नहीं की.
तेजस्वी यादव ने कहा कि इन मामलों पर बिहार के मुख्यमंत्री ने शोक तक नहीं जताया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री को पता नहीं इन घटनाओं की जानकारी है भी या नहीं.
उन्होंने कहा कि पीड़िता या पीड़ित परिवार से मिलने का किसी के पास कोई समय नहीं है. मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री राजनीतिक कार्यक्रमों में व्यस्त हैं. बिहार में कानून-व्यवस्था का क्रिमिनल डिसॉर्डर हो चुका है, कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. पूरे बिहार में प्रशासनिक अराजकता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन वह केवल अपनी कुर्सी बचाने में व्यस्त हैं. इस सरकार से बिहार के लोग अब ऊब चुके हैं. अब वे बदलाव चाहते हैं.
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एमएनपी/एबीएम/एकेजे
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