New Delhi, 10 अगस्त ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों को खुली छूट दी गई थी. सेना को फ्री हैंड दिया गया था कि जो करना है, आप तय करें. यह बात भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कही है. सेनाध्यक्ष का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राजनीतिक दिशा और स्पष्टता का ऐसा उदाहरण रहा, जो हमने पहली बार देखा.
जनरल उपेंद्र द्विवेदी आईआईटी मद्रास में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने यहां ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में जो हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर दिया था.
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी थी.
जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, “23 अप्रैल को, अगले ही दिन, हम सब बैठे. रक्षा मंत्री ने भी पहली बार कहा कि ‘अब बहुत हो गया’. तीनों सेना प्रमुख इस बात पर एकमत थे कि कुछ किया जाना चाहिए. हमनें फ्री हैंड दिया गया कि जो करना है, आप तय करें. यह राजनीतिक दिशा और स्पष्टता का ऐसा उदाहरण था, जो हमने पहली बार देखा.”
सेना अध्यक्ष ने बताया, “25 अप्रैल को हम उत्तरी कमान गए. वहीं पर हमने सोचा, योजना बनाई, अवधारणा तैयार की और उसे अमल में लाए. हमने नौ में से सात ठिकाने तबाह किए और बड़ी संख्या में आतंकियों का सफाया हुआ. 29 अप्रैल को पहली बार प्रधानमंत्री से मुलाकात हुई.”
जनरल द्विवेदी ने आगे कहा, “ऑपरेशन सिंदूर में हम एक तरह का शतरंज खेल रहे थे. हमें पता नहीं था कि दुश्मन की अगली चाल क्या होगी और हमारी अगली चाल क्या होगी. इसे ग्रे जोन कहते हैं. इसका मतलब है कि हम पारंपरिक युद्ध नहीं कर रहे थे, बल्कि उससे ठीक पहले वाली रणनीति अपना रहे थे. हम चाल चलते थे, दुश्मन भी चाल चलता था. कहीं हम उसे चेकमेट कर रहे थे, तो कहीं जान जोखिम में डालकर वार कर रहे थे—और जिंदगी इसी का नाम है.”
जनरल द्विवेदी ने इस पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख असीम मुनीर पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हुए कहा कि युद्ध में नैरेटिव मैनेजमेंट की अहम भूमिका होती है. अगर आप किसी पाकिस्तानी से पूछें कि आप हारे या जीते, तो वह कहेगा कि उनके आर्मी चीफ असीम मुनीर, को फील्ड मार्शल बनाया गया है. पाकिस्तानी का विचार होगा कि अवश्य जीते होंगे, तभी तो असीम मुनीर फील्ड मार्शल बनाया गया है.
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार करते हुए उसके छह विमान मार गिराए थे. साथ ही कई एयरबेस भी तबाह किए गए. भारत ने पाकिस्तान के जिन विमानों को मार गिराया उनमें 5 पाकिस्तानी लड़ाकू विमान शामिल थे. इसके अलावा एक इंटेलिजेंस कलेक्ट करने वाला विमान भी भारतीय सेना ने ढेर किया है. यह तथ्य Saturday को भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने उजागर किया है.
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने Saturday बेंगलुरु में यह बड़ा खुलासा किया है. वह यहां आयोजित एयर चीफ मार्शल एलएम कात्रे व्याख्यान के दौरान बोल रहे थे.
इस दौरान उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत के एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराया था. इसके अलावा पाकिस्तानी एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल और इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस विमान को भी भारत ने ढेर कर दिया. यह विमान हवाई निगरानी और खुफिया जानकारी जुटाने से जुड़े काम में मदद करता है. वायुसेना के मुताबिक पाकिस्तानी सेना के विमानों को लगभग 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया गया. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी जैकोबाबाद एयरबेस पर खड़े कुछ विमानों को भी निशाना बनाया गया.
उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना ने बोलारी एयरबेस पर सटीक हमलों में एक पाकिस्तानी एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल और इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस विमान को ध्वस्त किया. वायुसेना के अनुसार यह जानकारी विश्वसनीय खुफिया इनपुट्स पर आधारित है. गौरतलब है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में एस-400 सिस्टम का पहली बार इस्तेमाल हुआ था. माना जा रहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान व उसके तुरंत बाद यह वास्तविक जानकारी इसलिए बाहर नहीं आई क्योंकि तब भारतीय वायुसेना तकनीकी इनपुट्स का विश्लेषण कर रही थी.
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जीसीबी/एएस
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