मुंबई, 18 अप्रैल . फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. इस बार मामला जाति विशेष को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी से जुड़ा है. सोशल मीडिया पर उनकी कथित टिप्पणी के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई की मांग की जा रही है.
वकील आशुतोष दुबे ने इस संबंध में मुंबई पुलिस आयुक्त को एक पत्र लिखकर अनुराग कश्यप के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है. दुबे का कहना है कि अनुराग कश्यप की टिप्पणी अपमानजनक, भड़काऊ और समाज में नफरत फैलाने वाली है, जिसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता.
शिकायत के अनुसार, अनुराग कश्यप ने इंस्टाग्राम पर ब्राह्मणों को लेकर “अभद्र” टिप्पणी की. अधिवक्ता दुबे का कहना है कि यह बयान न केवल अभद्र और आपत्तिजनक है, बल्कि यह एक विशेष समुदाय के प्रति नफरत और द्वेष को भड़काने वाला है.
दुबे का आरोप है कि कश्यप की यह टिप्पणी भारतीय संविधान की मूल भावना का उल्लंघन करती है और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराओं के तहत दंडनीय अपराध की श्रेणी में आती है.
उन्होंने कहा कि एक सार्वजनिक व्यक्ति होने के नाते अनुराग कश्यप की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वह अपने शब्दों से सामाजिक समरसता बनाए रखें, न कि किसी समुदाय को लक्षित कर अपमानित करें.
दुबे ने मुंबई पुलिस से अनुरोध किया है कि इस कथित घृणास्पद टिप्पणी का त्वरित संज्ञान लिया जाए और बीएनएस की प्रासंगिक धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की जाए. साथ ही, मामले की गहराई से जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. फिलहाल इस पूरे मामले पर अनुराग कश्यप की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.
यह पहली बार नहीं है जब अनुराग कश्यप अपने बयानों को लेकर विवादों में आए हैं. वे इससे पहले भी राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय के चलते आलोचना का शिकार हो चुके हैं.
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डीएससी/एकेजे
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