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भीगे या अंकुरित? जानिए कौन सा चना है आपके लिए बेस्ट

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स्वस्थ शरीर के लिए केवल बाहरी देखभाल ही नहीं, बल्कि अंदरूनी मजबूती भी बेहद जरूरी है। और जब बात अंदर से सेहतमंद बनने की हो, तो चने जैसे सस्ते और पोषक तत्वों से भरपूर फूड आइटम को नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता। चने का नियमित सेवन आपको कई बीमारियों से दूर रख सकता है। लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है — अंकुरित चने खाएं या भीगे हुए? आइए आज इस भ्रम को दूर करते हैं और समझते हैं दोनों के फायदे।

अंकुरित चने – पेट और बीपी दोनों का रखे ध्यान
अंकुरित चने में प्रोटीन, फाइबर और विटामिन की भरपूर मात्रा होती है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं।

गट हेल्थ को सुधारें: बदहजमी और अपच की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए अंकुरित चने वरदान साबित हो सकते हैं।

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करें: हाई बीपी के मरीज़ अगर अंकुरित चने को डाइट में शामिल करें, तो उन्हें काफी राहत मिल सकती है।

आयुर्वेदिक टच: आयुर्वेद में अंकुरित चने को शहद या गुड़ के साथ खाने की सलाह दी जाती है, जिससे इसकी पौष्टिकता और बढ़ जाती है।

भीगे हुए चने – बनाएं बॉडी को फौलादी
भीगे हुए चने प्रोटीन से भरपूर होते हैं और खासतौर पर उन लोगों के लिए लाभकारी हैं जो मसल्स बनाना चाहते हैं या फिजिकल एक्टिविटी ज्यादा करते हैं।

मांसपेशियों को बनाए मजबूत

शरीर को दे ताकत और स्टैमिना

डेली रूटीन में लिमिट के साथ शामिल करें

भुने हुए चने – खास फायदे खास हालात में
डायबिटीज और थायरॉइड पेशेंट्स के लिए बेहतरीन विकल्प

सर्दी-जुकाम में राहत दिलाने में मददगार
भुने हुए चने हल्के, कुरकुरे और सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं — इन्हें स्नैक की तरह भी खाया जा सकता है।

✅ निष्कर्ष:
चने को आप चाहे भीगा हुआ खाएं, अंकुरित करें या भूनकर खाएं — हर रूप में ये पोषण का पावरहाउस है। फर्क बस इस बात पर है कि आप अपने शरीर की ज़रूरत के हिसाब से कौन सा विकल्प चुनते हैं।

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