अगली ख़बर
Newszop

दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद जागा पटना प्रशासन, अब 100 फीसदी हथियार कराएं जाएंगे जमा, 80 गिरफ्तार

Send Push
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की शुरुआत में ही दुलारचंद यादव हत्याकांड ने सनसनी फैला दी। इस कांड के बाद पटना जिला प्रशासन पर भी सवाल खड़े होने लगे। दुलारचंद यादव के समर्थकों ने इसके लिए पुलिस को ही दोषी ठहराया। इसके बाद पटना डीएम ने बड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर ली है।


पटना के सभी लाइसेंसी हथियार जमा कराए जाएंगे

पटना के DM डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा, 'मोकामा विधानसभा क्षेत्र में हुई घटना को जिला प्रशासन और पुलिस ने बहुत गंभीरता से लिया है... हमने मामले में कई कार्रवाई की है... आदर्श आचार संहिता पूरी चुनाव प्रक्रिया का एक मजबूत स्तंभ है। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अगर कोई असामाजिक तत्व कानून या आदर्श आचार संहिता के खिलाफ जाने की कोशिश करता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमने 100% हथियार जमा करने के निर्देश दिए हैं। सभी वैध हथियार जल्द ही जमा कर दिए जाएंगे। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 50 से अधिक चेकिंग प्वाइंट बनाने के निर्देश दिए गए हैं। CAPF भी जांच करेगी। पटना से सबसे ज्यादा जब्ती की गई है। पर्याप्त CAPF जवानों को तैनात किया गया है। वे पुलिस और मजिस्ट्रेट के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं... अवैध हथियारों को जब्त करने के लिए छापेमारी की जा रही है।'


अब तक 80 गिरफ्तार- पटना डीएम
SSP कार्तिकेय शर्मा के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पटना के DM डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा, 'यह एक गंभीर घटना है। हमने इसे काफी गंभीरता से लिया है... अभी स्थिति बहुत सामान्य है। हमने इसकी पूरी छानबीन की है... जो भी असामाजिक तत्व इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। करीब 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है... चुनाव को प्रभावित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है... प्रशासन के ऊपर लोगों का पूरा विश्वास है।'


देर आए दुरुस्त आए- जनसुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी
वहीं एक न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान दुलारचंद यादव हत्याकांड में मोकामा से JDU उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने टेलीफोन पर बातचीत में कहा, 'यह एक अच्छा कदम है, लेकिन अगर वे पहले कार्रवाई करते तो अच्छा होता। आज वह 50 वाहनों के काफिले में घूम रहे थे और चुनाव प्रचार में भी शामिल हुए। जब उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, तो उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था। लेकिन देर आए दुरुस्त आए। अब महत्वपूर्ण यह है कि पुलिस पूरे मामले की जांच कैसे करती है। यह उनके परिवार के लिए राहत की बात है।'
न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें