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'परित्यक्त नारी' का मतलब क्या है? पति पवन सिंह वाले कॉलम में ज्योति ने लिखा, सोशल मीडिया पर हलचल

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सासाराम: बिहार में काराकाट विधानसभा सीट से निर्दलीय लड़ रहीं ज्योति सिंह ने अपने चुनावी हलफनामे में खुद को 'परित्यक्त नारी' बताया। वैवाहिक स्थिति (Marital Status) के कॉलम में उन्होंने खुद को 'परित्यक्त नारी' (Abandoned Woman) बताया है। पति के नाम के आगे उन्होंने अपने पति भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह का नाम भी नहीं लिखा है। इसके बजाय, उन्होंने सिर्फ 'ख्याति प्राप्त भोजपुरी कलाकार' लिखा है। ज्योति सिंह का पति की जगह पर पवन सिंह का नाम नहीं लिखे जाने को लेकर सोशल मीडिया पर हलचल देखी जा रही है।


'परित्यक्त नारी' का मतलब क्या होता है?परित्यक्त नारी का अर्थ है, वो स्त्री जिसे उसके पति ने त्याग दिया हो या छोड़ दिया हो। ये शब्द संस्कृत के 'परित्याग' से बना है, जिसका अर्थ है किसी को छोड़ देना या त्याग देना। एक परित्यक्त नारी वो होती है, जिसे कानूनी या सामाजिक रूप से तलाक दिए बिना ही उसके पति द्वारा वैवाहिक रिश्ते से अलग कर दिया गया हो। इसमें वो स्त्री भी शामिल होती है, जिसे पति ने बिना किसी सूचना या कारण के छोड़ दिया हो और अब वो अकेले जीवन व्यतीत कर रही हो। ये स्थिति तलाकशुदा स्त्री से थोड़ी अलग होती है क्योंकि तलाकशुदा स्त्री कानूनी रूप से विवाह बंधन से मुक्त हो चुकी होती है। जबकि, परित्यक्त नारी का संबंध अक्सर ऐसे मामलों से होता है जहां पति अपनी पत्नी की जिम्मेदारी छोड़ देता है, लेकिन कानूनी अलगाव की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई होती है, जिससे उसके अधिकार और कानूनी स्थिति जटिल बनी रहती है। ये शब्द उस सामाजिक स्थिति को दिखाता है, जब किसी स्त्री को उसके पति और ससुराल पक्ष की ओर से त्याग दिया जाता है।



ज्योति के हलफनाम से सोशल मीडिया पर हलचलसोशल मीडिया एक्स पर एक यूजर ने लिखा, 'कुछ दिन पहले मैडम मेरा पति मेरा पति मेरा घर मेरा परिवार कहते हुए कैमरे के सामने मस्त नौटंकी की थीं, अब जब पर्चा भरीं तो पति का नाम गायब, ये कदम ज्योति सिंह ने अपनी 'स्वतंत्र पहचान' और 'राजनीतिक स्वायत्तता' को दर्शाने के लिए किया होगा। पर, उनको याद होना चाहिए था कि दोनों तरफ से तलाक समेत अन्य मुकदमें अदालत में विचाराधीन है। अभी तक अदालत ने तलाक की अनुमति नहीं दी है तो किसी प्रतिस्पर्धी प्रत्याशी ने आपत्ति उठा दी तो समस्या हो जाएगी, बाकी सब ठीक है। अब ज्योति सिंह ने अपनी सम्पत्ति भी घोषित की हैं। अब ये सम्पत्ति उन्होंने होने खुद कमाई है या उनको अपने मायके से मिली है या फिर पवन सिंह द्वारा दी गई है ये सब उनके द्वारा दायर किए गए मेनटनेंस वाले केस में असर करेगा।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'ये सब जानबूझ कर किया है मैडम ने। हारने के बाद बेईज्जती होने से अच्छा हैं, पर्चा ही रद्द हो जाए।'


काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं ज्योति सिंहदरअसल, भोजपुरी के पावर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने पर्चा भरने के आखिरी दिन सोमवार को काराकाट विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल किया। लोकसभा चुनाव 2024 में पवन सिंह भी काराकाट संसदीय क्षेत्र से दांव आजमा चुके हैं, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा। तब अपने पति पवन सिंह के लिए ज्योति सिंह ने इस इलाके में खूब प्रचार किया था। पवन सिंह भले ही चुनाव हारकर काराकाट को भूल गए, मगर ज्योति सिंह ने काराकाट के लोगों से अपना कनेक्शन बनाए रखा। वो बराबर किसी न किसी कार्यक्रम के बहाने यहां आती रहीं। काराकाट में दूसरे चरण में 11 नवंबर को मतदान होना है। बिक्रमगंज स्थित निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में नॉमिनेशन करने बाद ज्योति सिंह के समर्थन में जमकर नारे लगे। उनका फूल-माला से भव्य स्वागत किया गया। अब काराकाट एरिया में ज्योति सिंह धुआंधार प्रचार में जुटी हैं।
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