नालंदा: नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र में साइबर अपराधियों के एक नए फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। शनिवार को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दो साइबर ठगों को गिरफ्तार कर 'बेबी बर्थ एग्रीमेंट' के नाम पर चल रही ठगी का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से छह मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड भी बरामद किए हैं। फेसबुक पर फर्जी विज्ञापन डालकर फंसाते थे लोगपुलिस अंचल निरीक्षक संजय कुमार ने जानकारी दी कि आरोपी फेसबुक पर किसी महिला की फर्जी फोटो लगाकर नवजात गोद देने के नाम पर फर्जी विज्ञापन डालते थे। विज्ञापन में दावा किया जाता था कि गोद लिए बच्चे के बदले दस लाख रुपये मिलेंगे। इस झांसे में आने वाले लोग जब कमेंट बॉक्स में मोबाइल नंबर साझा करते थे, तो आरोपियों द्वारा उन्हें कॉल कर विभिन्न शुल्कों के नाम पर ठगी की जाती थी। शुल्क वसूलने के बाद अश्लील वीडियो भेज कर करते थे ब्लैकमेलठग 450 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस, 1100 रुपये आईडी निर्माण शुल्क, 2500 रुपये वेरिफिकेशन फीस, 4500 रुपये एग्रीमेंट पेपर शुल्क और 10,000 रुपये कमरे के किराये के नाम पर पैसे वसूलते थे। इसके बाद भी पीड़ितों को नहीं बख्शा जाता था; आरोपियों द्वारा अश्लील वीडियो भेजकर पीड़ितों को ब्लैकमेल कर और अधिक धनराशि वसूली जाती थी। कदमतर गांव से गिरफ्तारी, गिरोह की जांच जारीपुलिस उपाधीक्षक राजगीर सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने सिलाव थाना क्षेत्र के कदमतर गांव में छापेमारी कर टंडन कुमार और सचिन कुमार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने अपराध की पूरी योजना का खुलासा किया है। अन्य साथियों की तलाश में जुटी पुलिसपुलिस ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड की गहनता से जांच की जा रही है। यदि इस गिरोह से अन्य लोग जुड़े पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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