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एयर इंडिया में शख्स ने किया एमडी पर पेशाब, लोगों ने कहा कैसे लोग हैं…जान लें ऐसा करने पर एयरलाइन क्या लेती है एक्शन?

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एयरलाइन में बैठने के बाद हम अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी प्लेन चलाने वाले पायलट पर छोड़ देते हैं और हमारी देखरेख की जिम्मेदारी वहां मौजूद क्रू की रहती है, लेकिन अगर इस बीच भी यात्रियों को अपने को-पैसेंजर की वजह से किसी भी तरह से गलत व्यवहार देखने को मिले, तब इंसान ऐसे में क्या करे, ये सवाल सबसे पहले दिमाग में आता है।

बता दें, एक घटना अभी हाल ही में सुनने में आई है, जिसमें बताया जा रहा है कि एक भारतीय नागरिक ने एमएनसी कंपनी के एमडी पर पेशाब कर दी। ये इंसिडेंट एयर इंडिया एयरलाइन में देखने को मिला जब बिजनेस क्लास में बैठे एक एमडी के ऊपर भारतीय नागरिक ने ये शर्मनाक हरकत कर दी। खैर अभी तक एयर इंडिया की तरफ से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन आप में से कई लोग ये सोच रहे होंगे, इतने सारे एक जैसे हादसे होने पर एयरलाइन क्या एक्शन लेती है, तो चलिए आपका जवाब हम इस लेख के जरिए देते हैं।
हादसा होने के बाद क्या होता है? image

अगर किसी यात्री के खिलाफ अनुशासनहीन या गलत व्यवहार की शिकायत मिलती है, तो सबसे पहले एयरलाइन को यह मामला अपनी आंतरिक समिति (इंटरनल कमिटी) के पास भेजती है। यह समिति 10 दिनों के अंदर यह तय करती कि वो यात्री 'अनुशासनहीन/अव्यवस्थित यात्री' की श्रेणी में आता है या नहीं, और अगर आता है तो उसका लेवल क्या है।


समिति करती है फैसला image

समिति ये भी तय करती है कि उस यात्री को कितने समय के लिए उड़ान भरने से रोका जाए। जब तक समिति अपना फैसला नहीं देती, एयरलाइन उस यात्री को अस्थायी रूप से फ्लाइट में चढ़ने से रोक सकती है, लेकिन यात्री पर रोक भी 10 दिन तक ही लगाई जा सकती है। समिति का जो भी फैसला होगा, वह एयरलाइन को मानना ही पड़ेगा। अगर समिति 10 दिन में कोई फैसला नहीं लेती, तो एयरलाइन खुद ही समिति की तरह से फैसला ले सकती है।


कितने दिन या महीने के लिए रोका जा सकता है image

एयरलाइंस को कहा जाता है कि वे उन यात्रियों की लिस्ट या डाटाबेस बनाएं जिन्हें "नो-फ्लाई लिस्ट" में डाला गया है, और यह जानकारी एविएशन रेगुलेटर और बाकी एयरलाइनों को भी देनी होती है। अगर कोई यात्री उड़ान में गलत या बदतमीजी वाला व्यवहार करता है, तो एयरलाइंस उसे भारत के अंदर, भारत से, या भारत आने-जाने वाली फ्लाइट्स में चढ़ने से रोक सकती है। ये रोक कितनी देर तक चलेगी, ये उसके व्यवहार के लेवल पर निर्भर करता है, जैसे:लेवल 1: हल्की बदतमीजी (जैसे बातों से परेशान करना) - अधिकतम 3 महीने तक फ्लाइट में बैन किया जा सकता है।लेवल 2: थोड़ी गंभीर हरकतें (जैसे हाथापाई करना) - अधिकतम 6 महीने तक फ्लाइट में चढ़ने पर रोक लग सकती है।लेवल 3: बहुत गंभीर व्यवहार (जैसे फ्लाइट की सुरक्षा को खतरा पहुंचाना) – कम से कम 2 साल के लिए, और जरूरत पड़ी तो उससे ज्यादा समय तक भी बैन किया जा सकता है।अगर कोई व्यक्ति फिर से ऐसी गलती करता है, तो अगली बार उसका बैन पिछली बार से दोगुना समय के लिए होगा।


एयरलाइन फ्लाइट असामान्य व्यवहार पर कैसे प्रतिक्रिया देती है image
  • अगर कोई यात्री फ्लाइट में बदतमीजी या उपद्रवी हरकत करता है, तो एयरलाइंस पहले से ही यात्रियों को ये चेतावनी दे देता कि ऐसा करने पर उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
  • अगर फ्लाइट के दौरान क्रू उस यात्री को संभाल नहीं पाता, तो पायलट स्थिति को देखते हुए फैसला लेता है कि फ्लाइट को नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारना है या नहीं।
  • जहां फ्लाइट उतरेगी, वहां सुरक्षा एजेंसी के पास उस यात्री के खिलाफ रिपोर्ट (FIR) दर्ज की जाती है और उसे उनके हवाले कर दिया जाता है।​
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