अप्रैल के अंतिम 11 सत्रों में एफआईआई द्वारा भारतीय शेयर बाजार में खरीदारी जारी रखने के कारण आज भारतीय रुपए में उल्लेखनीय मजबूती देखी गई और यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 38 पैसे बढ़कर 84.58 पर बंद हुआ। रुपये का क्लोजिंग स्तर और इंट्राडे हाई 84.47 दोनों ही 2025 का सबसे ऊंचा क्लोजिंग स्तर और सबसे ऊंचा इंट्राडे हाई है। इसके साथ ही अप्रैल में मासिक आधार पर रुपये में 89 पैसे या 1.04 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले मार्च में भी रुपए में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। इस प्रकार, रुपये में लगातार दूसरे महीने भी बढ़ोतरी का रुख देखा गया है। अन्य एशियाई मुद्राओं में मजबूती के बाद रुपया भी मजबूत हुआ, हालांकि एशियाई मुद्राओं में 0.8 प्रतिशत तक की वृद्धि के मुकाबले रुपया केवल 0.5 प्रतिशत ही बढ़ा। उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2024 के अंत में रुपया 85.65 पर बंद हुआ था, जिसकी तुलना में अप्रैल के अंत में रुपया 107 पैसे यानी 1.24 प्रतिशत बढ़ा था।
मंगलवार को 27 पैसे की बढ़त के साथ 84.96 पर बंद होने के बाद आज रुपया 19 पैसे की गिरावट के साथ 85.15 पर खुला, जो अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में इसका दिन का न्यूनतम स्तर था। इसके बाद कारोबार के दौरान यह 84.47 के उच्च स्तर पर पहुंचा और अंत में 38 पैसे की बढ़त के साथ 84.58 पर बंद हुआ। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापने वाला डॉलर सूचकांक आज 0.2 प्रतिशत बढ़कर 99.39 पर पहुंच गया, जबकि ब्रेंट क्रूड 0.73 प्रतिशत गिरकर 62.82 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
The post first appeared on .
You may also like
मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज आदि शंकर प्रकटोत्सव में होंगे सम्मिलित
एनसीपी (एसपी) के जयंत पाटिल ने 'फुले' को टैक्स फ्री करने की उठाई मांग
अगर आप गर्मी की तपती धूप में पेट की समस्याओं से परेशान हैं तो दही का सेवन करें
दूल्हे के पास जाकर दुल्हन ने की शर्मनाक हरकत, लोग बोले- अभी ये हाल है तो सुहागरात में क्या होगा 〥
Delhi-NCR Braces for Severe Weather as IMD Issues Red Alert; Flights, Infrastructure Disrupted