ज़िंदगी की भागदौड़ और टेंशन के बीच जब मन थोड़ा सुकून और मौज-मस्ती ढूंढता है, तो संगीत ही वो साथी बनता है जो सीधे रूह तक पहुँचता है। और जब बात हो ठेठ देसी अंदाज़ की, तो हरियाणा की डांसिंग क्वीन सपना चौधरी (Sapna Choudhary) का ज़िक्र ज़रूर आता है! उनका हाल ही में रिलीज़ हुआ गाना “शीशा देखूंगी ज़रूर” आजकल खूब धूम मचा रहा है। ये गाना न सिर्फ सुनने में मस्त है, बल्कि सपना की ज़बरदस्त परफॉर्मेंस इसे और भी खास बना देती है।
सपना चौधरी का जलवा: कॉन्फिडेंस और देसी ठाठ का कॉम्बिनेशन!
इस गाने में सपना चौधरी की अदाएं, उनका कॉन्फिडेंस और वो बिंदास हरियाणवी स्टाइल बस देखने लायक है। वो जिस अंदाज़ से परफॉर्म करती हैं, वो लोगों को दीवाना बना देता है। गाने में उनका साथ दिया है ए.के. जट्टी (A.K. Jatti) और प्रेम वत्स (Prem Vats) ने। इन दोनों कलाकारों ने भी अपनी एक्टिंग और स्टाइल से गाने में जान डाल दी है। गाना सुनने में जितना मीठा है, उतना ही इसका वीडियो भी आँखों को सुकून देता है और दिल को छू जाता है।
सिर्फ गाना नहीं, आत्मसम्मान और आज़ादी का प्रतीक!
“शीशा देखूंगी ज़रूर” सिर्फ़ एक नाच-गाने वाला ट्रैक नहीं है, बल्कि ये उस हर लड़की की कहानी कहता है जो आत्मविश्वास से भरी है, जिसे खुद से प्यार है और जो दुनिया की बनाई बंदिशों को तोड़कर अपनी शर्तों पर जीना जानती है। गाने की धुन ऐसी है जो दिल में उतर जाती है और इसके बोल इतने प्यारे हैं कि आप उन्हें गुनगुनाने से खुद को रोक नहीं पाएंगे।
हरियाणवी कल्चर की मिट्टी की खुशबू
गाने में हरियाणवी संस्कृति की झलक साफ़ दिखती है। पारंपरिक कपड़ों से लेकर गांव-देहात की लोकेशन तक, सब कुछ गाने को एक असली और ज़मीनी एहसास देता है। सपना चौधरी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि हरियाणा की नंबर वन कलाकार क्यों मानी जाती हैं – उनका देसी अंदाज़ और परफॉर्मेंस का जादू सिर चढ़कर बोलता है!
एक मैसेज जो सीधे दिल पर लगता है
इस गाने की सबसे खूबसूरत बात इसका मैसेज है। ये गाना औरतों के आत्मसम्मान (Self-respect) और आत्मनिर्भरता (Self-reliance) की बात करता है। जब वो कहती हैं, “शीशा देखूंगी ज़रूर”, तो इसका मतलब सिर्फ आइना देखना नहीं है। इसका मतलब है खुद को देखना, खुद को स्वीकार करना, अपनी असली पहचान से प्यार करना और दुनिया को दिखाना कि ‘मैं जैसी हूँ, बेहतरीन हूँ!’
ये गाना आज की हर उस लड़की को सलाम करता है जो अपने लिए खड़ी होती है, अपने फैसले खुद लेती है और अपने स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं करती। “शीशा देखूंगी ज़रूर” महज़ एक गाना नहीं, ये एक एहसास है, एक हौसला है – खुद को पहचानो, खुद से मोहब्बत करो और बिना डरे दुनिया का सामना करो!
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