लाइव हिंदी खबर :- भारत में कई प्रकार के फल उपलब्ध हैं, जो पोषण से भरपूर होते हैं। इनमें से एक विशेष फल है, जिसे मैंगोस्टीन कहा जाता है। यह फल मुख्य रूप से दक्षिण पूर्व एशिया में उगाया जाता है और इसका स्वाद मीठा और थोड़ा खट्टा होता है। इसके कई नाम भी हैं, जैसे कि गुजरात में इसे 'कोकम' और बंगाल में 'काओ' के नाम से जाना जाता है। विभिन्न देशों में इस फल की मांग काफी अधिक है।
मैंगोस्टीन के स्वास्थ्य लाभ
मैंगोस्टीन फल के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसके अलावा, इसके पेड़ के विभिन्न हिस्सों का उपयोग चिकित्सा में किया जाता है, जिससे इसे प्रकृति का एक अनमोल उपहार माना जाता है।
1) विटामिनों का समृद्ध स्रोत: इस फल में विटामिन सी, बी1, और बी2 की भरपूर मात्रा होती है। इसके साथ ही, यह फाइबर, मैंगनीज और तांबे से भी समृद्ध है, जो मांसपेशियों को ऊर्जा और शक्ति प्रदान करता है।
2) कैंसर से सुरक्षा: शोध से पता चला है कि मैंगोस्टीन के तत्व पेट, स्तन, फेफड़ों और अन्य प्रकार के कैंसर से बचाने में मददगार होते हैं।
3) त्वचा के लिए फायदेमंद: बाजार में उपलब्ध मैंगोस्टीन जूस, जिसे 'जांगो जूस' कहा जाता है, त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए उपयोग किया जाता है।
4) मस्तिष्क के स्वास्थ्य में सुधार: अध्ययन के अनुसार, मैंगोस्टीन मस्तिष्क की मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और मस्तिष्क की सूजन को कम करने में भी सहायक होता है।
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