हर साल गर्मियों में होने वाली अमरनाथ यात्रा देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था और भक्ति का केंद्र होती है। जम्मू-कश्मीर की हिमालयी वादियों में स्थित अमरनाथ गुफा को पौराणिक मान्यता प्राप्त है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहीं भगवान शिव ने माता पार्वती को ‘अमर कथा’ सुनाई थी। यही वजह है कि यह यात्रा हिंदू श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पवित्र मानी जाती है।
साल 2025 की अमरनाथ यात्रा को लेकर सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस वर्ष यात्रा 29 जून से 19 अगस्त 2025 तक आयोजित की जाएगी। इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 14 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। श्रद्धालु ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रियायदि आप डिजिटल माध्यम से आवेदन करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां से आप रजिस्ट्रेशन फॉर्म डाउनलोड और भर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़:
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आधार कार्ड, वोटर आईडी या पासपोर्ट (पहचान प्रमाण)
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पासपोर्ट साइज फोटो
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मेडिकल सर्टिफिकेट (SASB द्वारा अधिकृत डॉक्टर से)
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₹150 रजिस्ट्रेशन शुल्क (संभावित)
फॉर्म भरने के बाद यात्रियों को एक यात्रा परमिट मिलेगा, जिसकी सॉफ्ट कॉपी का प्रिंट लेकर यात्रा के समय साथ रखना अनिवार्य होगा।
ऑफलाइन आवेदन की सुविधाऑनलाइन आवेदन न कर पाने वाले श्रद्धालु ऑफलाइन माध्यम से भी पंजीकरण करा सकते हैं। इसके लिए सरकार ने PNB, SBI, J&K बैंक और Yes Bank की चुनिंदा शाखाओं को अधिकृत किया है। आप इन बैंकों से रजिस्ट्रेशन फॉर्म ले सकते हैं और वहीं से आवेदन पूरा कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन के लिए भी मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी है, जो केवल श्राइन बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त डॉक्टर या अस्पताल से बनवाया जा सकता है। SASB की वेबसाइट पर अधिकृत डॉक्टरों और संस्थानों की सूची उपलब्ध है। प्राइवेट डॉक्टर द्वारा जारी सर्टिफिकेट मान्य नहीं होगा।
महत्वपूर्ण बातें:-
यात्रा 29 जून से 19 अगस्त 2025 तक चलेगी
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रजिस्ट्रेशन 14 अप्रैल से शुरू
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यात्रा के लिए न्यूनतम उम्र सीमा: 13 वर्ष
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अधिकतम उम्र सीमा: 75 वर्ष
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गर्भवती महिलाओं को यात्रा की अनुमति नहीं
अमरनाथ यात्रा न केवल एक तीर्थ है बल्कि आत्मिक अनुभव भी है। यदि आप भी इस धार्मिक यात्रा का हिस्सा बनना चाहते हैं तो समय रहते रजिस्ट्रेशन करा लें। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्पों की सुविधा सरकार द्वारा दी जा रही है, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालु इस यात्रा में सम्मिलित हो सकें।
यह यात्रा कठिन जरूर है, लेकिन श्रद्धा और आस्था से भरी होती है, जो जीवन भर के लिए एक यादगार अनुभव बन जाती है।
जय बाबा बर्फानी!
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