शिमला, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . विपक्षी दल भाजपा ने राज्य में सड़क मरम्मत कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने बुधवार को शिमला में कहा कि कांग्रेस सरकार में हर विभाग और सरकारी कार्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. उनका कहना है कि पहले सड़कों में गड्ढे और गड्ढों में सड़क थी, अब उन गड्ढों को भरने के लिए भी भ्रष्टाचार का रास्ता अपनाया जा रहा है.
संदीपनी भारद्वाज ने ठियोग क्षेत्र की राष्ट्रीय राजमार्ग-5 की हालिया मरम्मत का उदाहरण देते हुए बताया कि दो साल से जनता इस सड़क की खराब हालत से परेशान थी. हाल ही में इस सड़क पर टारिंग का काम हुआ, लेकिन महज तीन दिन बाद डामर उखड़ने लगे हैं. इससे लोक निर्माण विभाग की कार्यशैली और मंत्री विक्रमादित्य सिंह के नेतृत्व में सड़कों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ठियोग बाजार में विधायक कुलदीप राठौर ने पूजा-अर्चना कर करीब 2.25 किलोमीटर सड़क की टारिंग का शुभारंभ किया था. इस सड़क पर कुल 3.23 करोड़ रुपए खर्च किए जाने थे और स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि लंबे समय से खराब सड़क की समस्या अब दूर होगी. लेकिन कुछ ही दिनों में डामर उखड़ने से करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं.
संदीपनी के मुताबिक स्थानीय लोगों का भी कहना है कि हर साल करोड़ों रुपए सड़कों की मरम्मत पर खर्च होते हैं, लेकिन कुछ ही महीनों में सड़कें फिर टूट जाती हैं. जनता का आरोप है कि मंत्री विक्रमादित्य सिंह भले ही मंचों से गुणवत्ता वाली सड़कों की बात करते हों, लेकिन विभागीय अधिकारी केवल कागजों पर विकास दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं, तो विभाग को मौसम और तकनीकी मानकों का पूरा ध्यान रखना चाहिए.
संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि पूरे प्रदेश में मरम्मत के कामों में भ्रष्टाचार फैला हुआ है. जिन ठेकेदारों का कांग्रेस से नाता है, उन्हें काम भी मिल रहा है और उनके घटिया कामों के बिल भी भुगतान हो रहे हैं. वहीं, ईमानदारी से काम करने वाले ठेकेदारों के बिल लंबित हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषी ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सड़कों की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया और भ्रष्टाचार के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो जनता का भरोसा सरकार से पूरी तरह टूट जाएगा. इसलिए उन्होंने राज्य सरकार से जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
You may also like
कृष्णा अल्लावरु का किस्सा खत्म! महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक शब्द नहीं बोले बिहार कांग्रेस प्रभारी, क्यों?
बिहार चुनाव 2025 : 'कोइरी' बने किंग तेजस्वी यादव! सबसे अधिक RJD ने दिये टिकट, नीतीश कुमार को पीछे छोड़ा
भोलेनाथ मेरे पति... भगवा कपड़े पहन काशी जा रही थी नर्सिंग स्टूडेंट, गलती से 1000 किलोमीटर दूर पहुंच गई, फिर जो हुआ
Kagiso Rabada ने Shaheen Afridi को दिखाया आईना, रावलपिंडी में मारा बवाल क्लासिक छक्का; देखें VIDEO
Devuthani Ekadashi 2025 : देवउठनी एकादशी कब है 1 या 2 नवंबर ? जानें सही तारीख, महत्व और पूजा विधि