Next Story
Newszop

हिसार: माइनर पर हुए पथराव के बाद प्रशासन ने मिट्टी डालकर बंद की माइनर

Send Push

अब चारों गावों में शांति, पुलिस बल तैनात, पानी निकालने के लिए प्रशासन ने

किया काम शुरू

हिसार, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । पानी को लेकर गांव गुराना ओर तीन गांवों के लोगों

में पथराव हो गया था। उस जगह को पुलिस छावनी के रूप में बदल दिया गया था। उपायुक्त

और हांसी पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन पूरी रात खुद ही मामले को शांत करने में जुटे

रहे। विधायक जस्सी पेटवाड़ और जिला परिषद चेयरमैन सोनू डाटा भी लगातार ग्रामीणों के

संपर्क रहे और देर रात को गांव डाटा के सरकारी स्कूल में ग्रामीणों की वार्ता हुई जिसमें

पानी को और कही निकलने व माइनर को बंद करने की सहमति बनी। उसके बात रात को तीन बजे

माइनर को बंद करवाया। अब मामला पूरी तरह से शांत है। एतिहात के तौर पर पुलिस बल की

तैनात किया गया है।

शनिवार की रात को माइनर को बंद करने के लिए तीनों गांव खानपुर, सिंधड़ और सिंघवा

राघों के सैकड़ो ग्रामीण जेसीबी लेकर माइनर पर पहुंच गए थे और और दोनों छोर की तरफ

से पत्थरबाजी शुरू हो गई। प्रशासन की तरफ से बरवाला थाना प्रभारी कर्मजीत ढुल ने बड़ी

मुश्किल से ग्रामीणों को शांत करवाया और जिला परिषद के अध्यक्ष सोनू डाटा के नेतृत्व

में तीनों गांव के मौजीज लोगों की रात को 11 बजे प्रशासन के अधिकारियों जिला उपायुक्त

और पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन के साथ डाटा गांव के सरकारी स्कूल में मीटिंग करवाई।

जिसमें खानपुर के सरपंच रामपाल,सिंधड़ के सुंदर और सिंघवा राघों के नरेश व घिराय के

सरपंच संदीप, रमेश खानपुर शामिल हुए।

माइनर की बंद करने पर सहमति बनी। उसके बाद प्रशासन

ने गुराना गांव के ग्रामीणों को समझाया। कि प्रशासन आपके गांव का पानी निकाल देगा।

उसके बाद ग्रामीण माने और रात को एक बजे के बाद माइनर को बंद करने की कार्रवाई शुरू

हुई। जिसको रविवार की सुबह तक बंद कर दिया गया। प्रशासन ने पानी निकालने के लिए पाइप

और मोटर मंगवाकर बिजली का ट्रांसफार्मर लगवाने का कार्य शुरू कर दिया था।

विवाद की आशंका के चलते शनिवार को सुबह ही भारी पुलिस बल माइनर पर तैनात कर

दिया गया था ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो। डीएसपी देवेंद्र नैन, एसडीएम

राजेश खोथ, थाना प्रभारी बलवान सिंह सुबह से ही मोर्चा संभाले हुए थे। चारों गांव के

मौजिज लोगों से संपर्क करके मामले का समाधान करने की कोशिश की गई लेकिन कोई हल नहीं

निकला। माइनर को बंद करने की भनक गुराना गांव के ग्रामीणों को लग चुकी थी इसको लेकर

सुबह से ही गुराना गांव के सैकड़ों लोग माइनर पर इकट्ठे हो गए थे। महिलाएं भी भारी

संख्या में मौजूद थी।

गांव खानपुर, सिंधड़ और सिंघवा राघों के ग्रामीण भी सुबह से ही इस इंतजार में

थे कि प्रशासन माइनर को बंद करवा देगा लेकिन शाम तक भी माइनर को बंद नहीं करवाया गया।

तीनों गांव के ग्रामीणों ने मिट्टी के बैग भरकर तैयार कर लिए थे कि गांव की तरफ जब

पानी आएगा तो वह उनके सहारे पानी को रोक देंगे लेकिन माइनर से पानी ज्यादा गति से बह

रहा था। एक दूसरे छोर की तरफ से पत्थरबाजी शुरू

हो गई। प्रशासन की मौजूदगी में सैकड़ो लोग घायल हो गए। घटना के थाना प्रभारी बलवान

सिंह, सब इंस्पेक्टर संदीप सहित काफी पुलिसकर्मियों को भी चोटें लगी।

एसडीएम राजेश खोथ ने बताया कि ग्रामीणों की पंचायत हुई थी जिसमें सभी को आश्वासन

दिलाया था कि माइनर को बंद करवा दिया जाएगा। पूरा दिन शांतिपूर्वक तरीके से बातचीत

होती रही। शाम को अचानक दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया। देर रात को हुए पंचायत में

माइनर को बंद करने फैसला हुआ और माइनर को बंद कर दिया गया है। अब पूर्ण रूप से शांति

हैं।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

Loving Newspoint? Download the app now