हिसार, 2 जून . सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा विद्यालय अध्यापक
संघ ने ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान लगाए जाने वाले प्रशिक्षण शिविरों के बदले अर्जित
अवकाश देने की मांग की है. इस संबंध में संगठन ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को
आयुक्त एवं प्रधान सचिव शिक्षा विभाग, हरियाणा के नाम ज्ञापन सौंपा है. संघ के प्रतिनिधिमंडल
ने जिला प्रधान प्रमोद जांगड़ा के नेतृत्व में सोमवार को यह ज्ञापन सौंपा.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल राज्य आडिटर पवन कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग में
50 प्रतिशत की शर्त की आड़ में अध्यापकों के एसीपी के मामले लटकाए जा रहे हैं. जिन
अध्यापकों की नियुक्ति 2012 से पूर्व हुई है उनको भी एसीपी का लाभ नहीं दिया जा रहा
है. उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के फरमान के खिलाफ हिसार से सैकड़ों अध्यापक
व कर्मचारी शिक्षा तालमेल कमेटी हरियाणा के आह्वान पर पांच जून के शिक्षा सदन के घेराव
में शामिल होंगे.
जिला प्रधान प्रमोद जांगड़ा ने बताया कि अध्यापकों की पोस्ट वेकेशनल हैं. अध्यापकों
को इसके बदले भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार यदि ग्रीष्मकालीन
अवकाश के दौरान सेमिनार आयोजित करती है तो इसके बदले अर्जित अवकाश प्रदान किए जाएं.
समर वेकेशन होने के कारण अध्यापकों को चिकित्सा अवकाश नहीं दिये जाते हैं.
जिला सचिव विनोद प्रभाकर ने कहा कि सरकार द्वारा सबसे पहले प्राथमिक अध्यापकों के स्थानांतरण
प्राथमिकता के आधार पर किए जाएं क्योंकि पिछले नौ वर्षों से प्राथमिक अध्यापकों के
तबादले नहीं किए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अध्यापकों को गैर शैक्षणिक कार्यों
में उलझा कर अध्यापक को बच्चों से दूर करने पर तुली हुई है. सरकार इसकी आड़ में सरकारी
स्कूलों को बंद करने की नीति पर काम कर रही है.
प्रतिनिधिमंडल में ब्लॉक हिसार द्वितीय के प्रधान अशोक कुमार व सचिव राजेश
मेहरा, अग्रोहा ब्लॉक प्रधान नरेंद्र कुमार, संगठन सचिव कृष्ण कुमार व फकीर चन्द आदि
भी शामिल रहे.
/ राजेश्वर
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