मालदह, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की तीन महिला कांस्टेबलों ने यह साबित कर दिया कि क्षमता और काबिलियत के मामले में महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। इन्होंने मालदह सेक्टर के तहत आयोजित 12 सप्ताह के ड्राइविंग एवं मेंटेनेंस प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया और अंतिम परीक्षा परिणामों में सभी पुरुष प्रशिक्षुओं से आगे निकलते हुए प्रथम तीन स्थान हासिल किए।
यह चुनौतीपूर्ण प्रशिक्षण 9 जून से 30 अगस्त 2025 तक आयोजित किया गया था। इस दौरान उन्हें हल्के और भारी वाहनों के संचालन व रखरखाव का गहन अभ्यास कराया गया। आने वाले दिनों में ये प्रशिक्षित महिला जवान बीएसएफ के वाहन बेड़े को संभालेंगी।
बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने महिला कांस्टेबलों को प्रशिक्षित ड्राइवर के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया है। इसके बाद बल की गतिशीलता और परिचालन क्षमता और अधिक मजबूत होगी। इस उपलब्धि ने एक बार फिर सिद्ध किया है कि नारी शक्ति हर चुनौती का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है।
बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि महिला कर्मी न केवल सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी लगन से निभा रही हैं, बल्कि उन कार्यों को भी सफलतापूर्वक कर रही हैं जिन्हें अब तक पुरुष प्रधान माना जाता था। अपनी क्षमता और दक्षता से वे बीएसएफ के गौरव और प्रतिष्ठा को लगातार नई ऊंचाईयों पर पहुंचा रही हैं।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
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